बिहार के भागलपुर (Bhagalpur) जिले के बिहपुर (Bihpur) में स्थित प्राचीन सिद्धपीठ श्री श्री 108 मां वाम काली मंदिर की पूजा का इतिहास लगभग 265 साल पुराना है। यह स्थान अपनी ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्ता के कारण पूरे क्षेत्र में विशेष रूप से जाना जाता है। यहां मां वाम काली की 22 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा स्थापित होती है, जो भक्तों के आकर्षण का केंद्र है। इस पूजा के आयोजन की तैयारी में पूजा महासमिति दिन-रात जुटी हुई है, ताकि समर्पित भक्तों के बीच इस महोत्सव का सफल आयोजन हो सके।
मंदिर के प्रधान पुजारी, जयंत कुमार शर्मा के अनुसार, अमावस्या की निशा रात्रि को यहां मां की पूजा का विशेष महत्व है। यह पूजा वैदिक और तांत्रिक विधि-विधान के अनुसार संपन्न होती है, जो इस पवित्र स्थल को सिद्धपीठ के रूप में प्रसिद्ध बनाता है। इस पूजा का अनुष्ठान न केवल धार्मिक, बल्कि आध्यात्मिक अनुभव से भी जुड़ा हुआ है, जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु सम्मिलित होने आते हैं।
बिहपुर का यह सिद्धपीठ अपनी ऐतिहासिकता और धार्मिक महत्ता के लिए विशेष रूप से जाना जाता है और भक्तों की आस्था का एक अद्वितीय स्थल है।
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