BYJU's, जो कभी भारत का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से बढ़ने वाला एडटेक प्लेटफार्म था, अब अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। कभी 22 अरब डॉलर की कंपनी मानी जाने वाली BYJU's की मौजूदा स्थिति बेहद चिंताजनक है।
नेटवर्थ हुई जीरो
BYJU's के फाउंडर बायजू रवीन्द्रन ने हाल ही में खुलासा किया कि कंपनी की नेटवर्थ अब शून्य हो गई है। उन्होंने स्वीकार किया कि BYJU's को चलाने के लिए उन्होंने भारी कर्ज लिया, लेकिन अब वह कर्ज और खर्चे कंपनी पर भारी पड़ रहे हैं। कंपनी ने जहां 30 करोड़ रुपये की कमाई की, वहीं इसका खर्च 150 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो एक असंतुलन की स्थिति को दर्शाता है।
बढ़ता कर्ज और गिरवी रखा घर
कर्ज की बढ़ती समस्या के कारण हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि कंपनी के फाउंडर बायजू रवीन्द्रन को लोगों की सैलरी देने के लिए अपना घर तक गिरवी रखना पड़ा है। यह स्थिति न केवल कंपनी के लिए बल्कि भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है।
क्या है इसके पीछे कारण?
1. अत्यधिक विस्तार और अधिग्रहण: BYJU's ने हाल के वर्षों में कई अधिग्रहण किए, जिनमें आकाश और ग्रेट लर्निंग जैसी कंपनियां शामिल थीं। हालांकि, इन अधिग्रहणों के बाद कंपनी को इनसे उम्मीद के मुताबिक रिटर्न नहीं मिला।
2. मंदी और कर्ज संकट : वैश्विक मंदी और एडटेक सेक्टर में बदलाव के कारण BYJU's को भारी नुकसान झेलना पड़ा। बढ़ते कर्ज ने कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति को और अधिक खराब कर दिया।
3. प्रबंधन की समस्याएं : BYJU's के संचालन और वित्तीय प्रबंधन में खामियां भी कंपनी की वर्तमान स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं। सही तरीके से वित्तीय संसाधनों का प्रबंधन न कर पाने की वजह से कंपनी इस हालत में पहुंची है।
BYJU's के फाउंडर और प्रबंधन टीम को अब कंपनी को बचाने के लिए कठोर फैसले लेने होंगे। बड़े स्तर पर पुनर्गठन और कर्ज कम करने की कोशिशें हो रही हैं, लेकिन मौजूदा स्थिति में यह स्पष्ट नहीं है कि कंपनी इस संकट से कैसे बाहर निकलेगी।
BYJU's का यह संघर्ष भारतीय स्टार्टअप इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा झटका साबित हो रहा है, जहां यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या कंपनियां अपने बढ़ते विस्तार और कर्ज को सही तरीके से मैनेज कर पा रही हैं।
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